तीसरा / संवाददाता सिंधु कुमार / जहां एक तरफ पुरा देश होली मना रहा है, एक दूसरे को गुलाल लगा रहे वही झारखंड के एक माटी कलाकार महावीर महतो बानआर गांव गांव घूमकर झारखंड की संस्कृति को अपने कला के माध्यम से दर्शा रहे है
इसी क्रम में मुकुंदा गांव में बेहत ही खूबसूरत मन को मोह लेने वाली खूबसूरत पेंटिंग बनाया जिसमें करम परब भोगता परब टुसू परब समेत बैलगाड़ी को दर्शाया है
महावीर महतो का कहना है यही संस्कृति पहचान है और इसी के आधार पर हमें अलग झारखंड राज्य मिला, आज पुरा झारखंड खतियान की लड़ाई लड़ रहा है इसलिए मैं अपनी कला के माध्यम से निशुल्क योगदान देकर आंदोलन को गति दे रहा हूँ और अपनी माटी, संस्कृति के लिए हमेशा समर्पित रहूँगा
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