पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए देश के डीएम से संवाद किया

बोले : हर जिले को दूसरे की सफलता से सीखने और चुनौतियों का मूल्यांकन करने की जरूरत देश के 113 आकांक्षी जिला में जमुई बना नंबर टू
जमुई बिहार/ संवाददाता /चुन्ना कुमार दुबे/ पीएम ने जमुई जिला के तेजी से तरक्की करने पर खुशी का किया इजहार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए देश के विभिन्न जिलों के डीएम से बातचीत की और सरकारी योजनाओं का फीडबैक लिया। मोदी ने योजनाओं में आ रही दिक्कतों को जाना और उन्हें बेहतर बनाने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों पर भी प्रकाश डाला।


पीएम मोदी ने मौके पर कहा कि आकांक्षी जिला देश के आगे बढ़ने के अवरोध को समाप्त कर रहे हैं। आप सबके प्रयासों से आकांक्षी जिला आज गतिरोधक के बजाय गतिवर्धक बन गया है। जो जिला पहले कभी तेज प्रगति करने वाला माना जाता था , आज कई पैमानों में यह आकांक्षी जिला भी उनकी तुलना में अच्छा काम करके दिखा रहा है। जब दूसरों के सपनों को पूरा करना अपनी सफलता का पैमाना बन जाए , तब फिर वह कर्तव्य पथ इतिहास रचता है। आज हम देश के आकांक्षी जिलों में यही इतिहास बनते हुए देख रहे हैं। पिछले 04 सालों में देश के लगभग हर आकांक्षी जिले में जन – धन खातों में 04 से 05 गुना की वृद्धि हुई है। लगभग हर परिवार को शौचालय मिला है , हर गांव तक बिजली पहुंची है और बिजली सिर्फ गरीब के घर में नहीं पहुंची है बल्कि लोगों के जीवन में ऊर्जा का संचार हुआ है। आकांक्षी जिलों में जो लोग रहते हैं , उनमें आगे बढ़ने की तड़प होती है। इन लोगों ने अपने जीवन का अधिकतर समय अभावों और मुश्किलों में गुजारा है। हर छोटी – छोटी चीजों के लिए उन्होंने परिश्रम किया है , इसलिए वे लोग साहस दिखाने के साथ जोखिम उठाने के लिए तैयार रहते हैं।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि डिजिटल इंडिया के रूप में देश एक मौन क्रांति का साक्षी बन रहा है। हमारा कोई भी ज़िला इसमें पीछे नहीं छूटना चाहिए। डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर हमारे हर गांव तक पहुंचे , सेवाओं और सुविधाओं की डोर स्टेप डिलिवरी का जरिया बने , यह आवश्यक ही नहीं वरन अनिवार्य है।
उन्होंने इसी संदर्भ में बताया कि सरकार के अलग – अलग मंत्रालयों और अलग – अलग विभागों ने 142 जिलों की एक सूची तैयार की है जो कुछ विंदुओं पर पीछे हैं। अब वहां भी हमें उसी समन्वय के साथ काम करना है , जैसा हम आकांक्षी जिलों में करते आ रहे हैं। प्रधानमंत्री ने ” ऊपर से नीचे ” के साथ – साथ ” नीचे से ऊपर ” शासन प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन और जनता के बीच प्रत्यक्ष , भावनात्मक जुड़ाव का भी आह्वान किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने जिलों में सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की प्रगति और वर्तमान स्थिति के बारे में सीधा फीडबैक लिया। उन्होंने कहा कि बातचीत से कार्य निष्पादन की समीक्षा करने और चुनौतियों का पता लगाने में मदद मिलेगी। इसका उद्देश्य सभी हितधारकों के साथ मिलकर जिलों में विभिन्न विभागों द्वारा मिशन मोड में विभिन्न योजनाओं की पूर्णता के लक्ष्य को प्राप्त करना है। समीक्षा और अवलोकन का मकसद सरकारी योजनाओं की गति को बनाए रखना है ताकि समय रहते उन्हें पूरा किया जा सके या उनका क्रियान्वयन बिना किसी दिक्कतों के चलता रहे। मोदी ने जिलाधिकारियों से उनके प्रयासों को भी जाना।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नागरिकों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए सरकार कटिबद्ध है। देशभर में प्रगति तथा विकास में विषमता को दूर करने के लिए लगातार कई कदम उठाए गए हैं। यह सभी नागरिकों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने और सभी के लिए समावेशी विकास सुनिश्चित करने की सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप है।
उधर पीएम का डीएम से संवाद कार्यक्रम में जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह जुड़े और आकांक्षी जमुई जिला में संचालित सरकारी योजनाओं की उन्हें विस्तार से जानकारी दी और उनके निर्देशों को आत्मसात किया। उन्होंने योजनाओं को समय – सीमा के भीतर पूरा कर लिए जाने के लिए जारी प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा कि हम बेहतर करने के लिए सतत प्रयत्नशील हैं। श्री सिंह ने देश के 113 आकांक्षी जिलों में संचालित विभिन्न सरकारी योजनाओं को पूरा करने में नवंबर 2021 के रैंकिंग के मुताबिक जमुई जिला को दूसरा स्थान मिलने पर हर्ष प्रकट किया और इसे विभागीय अधिकारियों की निष्ठा का परिणाम बताया। डीएम श्री सिंह ने कहा कि यहां पेयजल , कृषि , पशुपालन , शिक्षा और स्वास्थ्य में बेहतर काम हो रहे हैं , जिस पर प्रधानमंत्री ने खुशी जताया है। उन्होंने सरकार के निर्देश पर पशु टीकाकरण को और अधिक गति दिए जाने का संकल्प व्यक्त किया।
जमुई एनआईसी में जिला योजना पदाधिकारी विनोद कुमार सिन्हा , डीआईओ राकेश कुमार , डीपीएम सुधांशु लाल समेत कई सम्बंधित अधिकारी मौके पर उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समय – समय पर देश के नामित जिलाधिकारियों से संवाद स्थापित कर सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन , उसमें आ रही अड़चनों और बेहतरी की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी लेते रहते हैं। देश के इतिहास में ऐसा कम ही देखने को मिला है , जब कोई प्रधानमंत्री लगातार सरकारी योजनाओं की समीक्षा करते हुए सीधे डीएम से मुखातिब हो रहा हो।

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