कोरोना के कहर का घोड़ा बाबा पूजनोत्सव पर असर, कम आये श्रद्धालु, चम्पई सोरेन ने किया ऑनलाइन दर्शन

कहा बाबा की कृपा से सभी भक्त श्रद्धालुओं की पूरी होंगी मुरादें

गम्हरिया/ आस्था का प्रमुख केंद्र प्रसिद्ध धार्मिक स्थल घोड़ाबाबा मन्दिर में

इस वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या कम रही। कुम्भकार समिति की ओर से भव्य पूजनोत्सव के आयोजन की तैयारी की गयी थी। किन्तु पूजा समिति की ओर से सरकार के निर्देश के आलोक में कोरोना गाइड लाइन का सख्ती से अनुपालन को लेकर भक्तों पर इसका असर पड़ा और परिसर में कम श्रद्धालु आये। हालाकि आस्था के इस मंदिर में इसके बावजूद कोल्हान के विभिन्न क्षेत्रों से हजारों श्रद्धालूओं ने पारम्परिक विधि-विधान से मन्दिर परिसर में स्थापित भगवान बलराम जी की श्रद्धापूर्वक पूजा-अर्चना की।

ऑनलाइन दर्शन कर चम्पई सोरेन ने दी शुभकामनाएं

इस अवसर पर आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चम्पई सोरेन ने कोरोना को लेकर जहां ऑनलाइन बलराम जी के दर्शन किये एवं श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर मंत्री चम्पई सोरेन ने कहा कि यह पूजनोत्सव राज्य में सामाजिक सौहार्द्रता की मिशाल है। ग्राम देवता होने के कारण इनकी पूजा का काफी महत्व है। समाज के प्रत्येक कार्यों में हम पहले ग्राम देवता की पूजा करते हैं। इनकी कृपा से हर श्रद्धालुओं की मुरादें पूरी होती है। उन्होंने कहा कि कोरोना के संकट से जूझ रहे राज्य के लोगों को कोविड गाइड लाइन का हर हाल में अनुपालन करने की जरूरत है। इस अवसर पर मंत्री ने सभी श्रद्धालुओं को मकर, टुसु एवं आखान यात्रा की शुभकामनाएं दी।

विद्युत भी पहुंचे घोड़ा बाबा दरबार

जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो भी घोड़ा बाबा परिसर पहुंचकर शीश झुकाया एवं क्षेत्र की खुशहाली की कामना की। मंच पर जाने से परहेज करते हुए पूजा अर्चना कर वापस चले गए। इस क्षेत्र के अन्य कई प्रमुख लोगों ने भी पूजनोत्सव में शिरकत कर सुख समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की।

परिसर में मेला, संगीत एवं अन्य कोई कार्यक्रमों का आयोजन नहीं किया गया था। पूजन सामग्रियों की दुकानें भी मंदिर के इर्द गिर्द लगाने की इजाजत नहीं दी गयी थी। पूजनोत्सव में हजारों श्रद्धालुओं ने महाभोग ग्रहण किया। पूजनोत्सव में परिसर में भीड़ नहीं लगने दी गयी। जबकिं बाहर भी के शांति व्यवस्था कायम करने में समिति के वोलेंटियर्स की अहम भूमिका रही।

समिति की रोक के बावजूद सर्विस रोड पर लगी दुकानें

कुम्भकार समिति की ओर से परिसर में एक भी दुकानें नहीं लगने दी गयी। जबकि मंदिर के बाहर सर्विस रोड में काफी दुकानें लगा दी गयी थी। इससे सर्विस रोड ओर काफी भीड़ उमड़ पड़ी थी। इस दौरान पूजा सामग्रियों की दुकानों से ज्यादा मेले में लगने वाले महिलाओं के कॉस्मेटिक्स एवं दैनिक सामग्रियों के स्टॉल थे।

इनके प्रयास से सफल हुआ पूजनोत्सव

घोड़ा बाबा पूजन में देवड़ी शंकर दास और गणेश दास के द्वारा पूजा किया गया। जबकि पूजा को सफल बनाने में अध्यक्ष मनोरंजन बेज, कार्यकारिणी अध्यक्ष हरे कृष्ण पाल, महासचिव बंकिम चौधरी, युवा समिति के अध्यक्ष अजय दास, सचिव जीतेन दास, भैरव प्रमाणिक, त्रिलोचन पाल, संजय दास, आदित्य बेज, अजित दास, प्रशांत दास, अमित दास,बमनोज पाल, आशीष दास, बिनंद राखाल दास, बलराम दास, कृष्णा दास, हीरा लाल बेज, अभिजीत पाल, सिदाम दास, सीताराम बेज, उत्पल चौधरी, चैतन मरल, मदन मोहन मोरल, विकाश पाल, जयंत दास, रतन बेज्, बेनु दास समेत कमेटी के सदस्य शामिल थे।

Categories:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *