जमुई बिहार / (चुन्ना कुमार दुबे) पटना जिला परिषद की अध्यक्ष कुमारी स्तुति फंस गयी हैं। उनके जाति प्रमाण पत्र में बड़ी गड़बड़ी पकड़ी गयी है। इस स्थिति में उनकी कुर्सी पर खतरा मंडराने लगा है। पटना के एडीएम ने कुमारी स्तुति के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की अनुशंसा भी कर दी है।
मिली जानकारी के मुताबिक पटना के एडीएम सामान्य ने जिला पंचायत राज पदाधिकारी को पत्र लिखा है। इस पत्र में स्तुति के जाति प्रमाण पत्र में पिता के नाम और पता में गड़बड़ी का जिक्र किया गया है। उनके जाति प्रमाण पत्र को नियमानुकूल नहीं मानते हुए उनपर विधि सम्मत कार्रवाई की अनुशंसा की गयी है।
दरअसल पटना जिला परिषद अध्यक्ष की कुर्सी अति पिछड़ा वर्ग की महिला के लिए आरक्षित है। लिहाजा इस पद के लिए उम्मीदवारी करने वाली महिला जिला पार्षद को नामांकन के समय जाति प्रमाण पत्र देना होता है। पटना के एडीएम ने स्तुति के कागजातों की जांच के बाद पत्र लिखा है।
उसमें कहा गया है कि कुमारी स्तुति ने तीन जगह से जारी प्रमाण पत्र जांच के दौरान दिया है। एक प्रमाण पत्र पटना के संपतचक प्रखंड से जारी किया गया है। इसमें पिता के नाम की जगह पति रवींद्र कुमार का नाम लिखा हुआ है। स्तुति ने बिहारशरीफ प्रखंड और अंचल कार्यालय से जारी प्रमाण पत्र दिया है जिसमें पिता के रूप में मुन्नीलाल साव का नाम दर्ज है।
उल्लेखनीय है कि हिन्दू मैरेज एक्ट के तहत किसी महिला की जाति वही मानी जाती है जो उसके पिता की जाति होती है। भले ही वह किसी जाति के लड़के से शादी करे , उसकी जाति वही रहेगी जो पिता की जाति थी।
पटना के एडीएम ने कहा है कि सभी प्रमाण पत्रों की जांच से पता चलता है कि एक ही व्यक्ति के जाति प्रमाण पत्र में पिता के नाम अलग – अलग हैं। एडीएम ने इसे नियमानुकूल नहीं मानते हुए कार्रवाई की अनुशंसा की है। इस सम्बंध में पक्ष जानने के लिए जब कुमारी स्तुति से संपर्क साधा गया , तब वे उपलब्ध नहीं हो सकीं।
ज्ञात हो कि करीब 10 दिन पहले कुमारी स्तुति पटना जिला परिषद की अध्यक्ष चुनी गयी थीं। उन्होंने जिला परिषद की पूर्व अध्यक्ष अंजू देवी को हराया था।