सिंदरी | हॉल में सिंदरी खाद कारखाना मैं हादसे हुए दोनों कर्मी सुरक्षित है वही मुख्य द्वार पर सर्वदलीय धरना कल से जारी है, जिसमे मुख्यरूप से एमसीसी के बबलू महतो, सीपीआईएम नेता विकास कुमार ठाकुर, गौतम प्रसाद, किसान सभा के नेता श्यामापद मंडल, आनंद मंडल, राजीव मुखर्जी, माले नेता कृष्ण प्रसाद महतो, सागर मंडल, सुधीर महतो आदि उपस्थित रहे । अभी तक मैनेजमेंट से पॉजिटिव तरीके से वार्ता नही हुई है । ये तानाशाह मैनेजमेंट सिंदरी के लोगो को कमजोर समझती है और कुछ दलाल नेता लोगो के बात पर चल रही है , पर हमलोग अलग अलग पार्टी से जरूर है लेकिन हमारी मंशा साफ है । आज धरना के समर्थन में पूर्व विधायक अरूप चटर्जी, सीपीआईएम के राज्य नेता सुरेश प्रसाद गुप्ता, जगदीश रवानी आदि पहुंचे और तानाशाह प्रबंधन के खिलाफ सभी को एकजुट रहने को कहा गया।
धरनास्थल पर सीटू नेता शिव कुमार सिंह जेएमएम के नेता रामू मंडल, सहदेव सिंह, कांग्रेस के मदन घोष, आरजेडी के नेता भी मौजूद थे।
वक्ताओं ने कहा की जबतक मजदूरों के इलाज और हर्ल में नियोजन का लिखित समझौता हर्ल प्रबंधन नही करती तब तक धरना गेट जाम जारी रहेगा। समाचार लिखे जाने तक धरना जारी रही, आज सभी मजदूर काम से हड़ताल में रहे। प्रशासन के हस्तक्षेप से निम्न मांगे मानी गई __घायल मजदूरों को उच्चस्तरीय चिकित्सा केंद्रों में इलाज कराया जाए।
इलाज होने तक मजदूरों का नियमित मजदूरी उनके खातों में दिया जाए।
इलाज के दौरान एक सहयोगी को रहने खाने की समुचित व्यवस्था दिया जाए।
स्वस्थ होने के उपरांत घायलों को एच यू आर एल में अस्थाई नियोजन दिया जाए। या इलाज के उपरांत काम के लायक नहीं रहने पर या अस्थाई विकलांग हो जाने पर परिवार के एक सदस्य को कंपनी में अस्थाई नियोजन दिया जाए।
दिनांक 10 जनवरी 2022 को हुई दुर्घटना की उच्चस्तरीय जांच की जाए एवं सुरक्षा की अवहेलना के दोषियों पर कार्यवाही की जाए।
झारखंड सरकार के निर्णय के अनुसार सिंदरी के स्थानीय बेरोजगारों को 75% एच यू आर एल में नियोजन दिया जाए।
निर्माण कार्य में कार्यरत मजदूरों को स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार दिया जाए इसमें भी 75% स्थानीय को रोजगार दिया जाए।
सभी मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी की गारंटी की जाए एवं कार्य के घंटे 8 किए जाए।
पूर्व में हुई दुर्घटना एवं अन्य कारण से घायल हुए मजदूरों को तत्काल कार्य में लगाया जाए एवं इलाज खर्च का भुगतान किया जाए।
सुरक्षा एवं लापरवाही के लिए जिम्मेवार संवेदक पर कार्यवाही किया जाए। उपरोक्त जानकारी विकास कुमार ठाकुर ने दी। माधवन नामक इंजिनियर अभी उठ बैठ रहा है और बात भी कर रहा था , जबकि दूसरा आशीष की स्थिति उससे थोड़ा खराब था ,लेकिन दोनों को डॉक्टरों का समुचित ईलाज मिल रहा था । दोनो के दोनों हाथ और चेहरे पर जख्म ज्यादा है , बाकि शरीर पर कोई खास जलने की कोई निशान नही दिखा । केबिन के बाहर एनी कंपनी के तीन सुपरवाइजर मौजूद थे । जबकि आशीष मंडल के मामा अशोक मंडल केबिन में मिले जो वर्तमान ईलाज से आस्वस्त थे । बाहर सुपरवाइजर रंजीत सिंह से बात हुई तो उसने बताया कि टेक्नीफ़ के मैनेजर और उनके साथ कई लोग सुबह आये और दोनों को देख कर गए है । युवा काँग्रेस के अध्यक्ष ने कारखाने के अंदर हुई दुर्घटना के लिए हर्ल मैनेजमेंट को दोषी ठहराया और सेफ्टी से खिलवाड़, न्यूनतम मजदूरी और 8 घंटे की जगह 12 घंटे कार्य करवाने के लिए एनी कंपनी की भर्त्सना की । जन अधिकार मंच के अध्यक्ष रंजीत कुमार सुबह अपनी टीम सौरव सिंह, प्रभाकर मिश्रा आदि के साथ उनदोनो घायल मजदूरों से मिले और वही से हर्ल के एमडी ए के गुप्ता को हुई दुर्घटना का उच्चस्तरीय जाँच और दोनों घायलों का बेहतर ईलाज करवाने को कहा।