सरायकेला:: सरायकेला प्रखंड अन्तगर्त स्वर्णपुर स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय प्राँगण में “द्विदिवसीय अनुसूचित जाति श्रमिक प्रशिक्षण कार्यक्रम” का आयोजन राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड (श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार) क्षेत्रीय निदेशालय -जमशेदपुर के तत्वावधान में किया गया।शुक्रवार को प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन सत्र को संबोधित करते हुए बोर्ड के वरिष्ठ शिक्षा पदाधिकारी राज किशोर गोप ने श्रमिकों के सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षा के बिना मनुष्य जीवन का कहीं कोई अस्तित्व नहीं है। इस वैज्ञानिक तथा डिजिटल इंडिया के युग में अगर हमें प्रगति के पथ पर अग्रसर होना है तो बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करना ही एक मात्र विकल्प होगा।आगे उन्होंने गरीबी,अशिक्षा एवं नशाखोरी जैसी ज्वलन्त सामाजिक बुराईयों के कारण अनुसूचित वर्ग के आम जन स्वविकास के मुख्य धारा से दूर होते जा रहे हैं इसका प्रमुख कारण है शिक्षा की कमी के कारण इस वर्ग के लोगों में जागरूकता की भारी कमी है जिससे उनका विकास अवरुद्ध हो रहा है तथा लोग केन्द्र तथा राज्य सरकार द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने से वंचित हैं।अतः शिक्षा सह स्वजगरुक्त ही एकमात्र सटीक विकल्प है जिसके सहारे उक्त वर्ग के आमजन अपना विकास कर सकते हैं उक्त कार्य हेतु बोर्ड प्रतिबद्ध है एवं कार्य कर रही है। कार्यक्रम में राजेश कुमार सिंहदेव(सचिव) युवा जागृति एवं स्वाबलंबन संघ,रायडीह ने कहा कि जागरूकता के बिना सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं लिया जा सकता है।देश के श्रम शक्ति को जागरूक कर उन्हें विकास की मुख्य धारा में जोड़ने में बोर्ड की अहम भूमिका है।आगे उन्होंने कोरोना पर प्रकाश डालते हुए लोगों से आह्वान किया कि सभी लोग टीका जरूर लें। कार्यक्रम का संचालन बोर्ड के कार्यक्रम समन्वयक श्री हेमसागर प्रधान ने किया । उन्होंने बचत की आदत,नशाखोरी से बचने के उपाय,गुणवत्तापूर्ण जीवन शैली,आयुष्मान भारत योजना तथा ई-श्रम कार्ड निबन्धन प्रक्रिया के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी दिया। इस कार्यक्रम में मुखी समाज के 80 महिला एवं पुरुषों ने भाग लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में रंजन कारूवा(महामंत्री) मुखी समाज,सरायकेला-खरसांवा,विकास प्रमाणिक, सुदर्शन मुखी,पंचायत समिति सदस्य सुमन कारूवा, उप-मुखिया गोविंदा मुखी,श्रम विभाग के प्रतिनिधि दीपक पाणिग्रही तथा राज मुखी आदि का सराहनीय योगदान रहा।