हिंसा, शोषण और दुर्व्यवहार, बाल विवाह के ये है तीन उपहार- शंकर रवानी
धनबाद महुदा ,झारखण्ड ग्रामीण विकास ट्रस्ट द्वारा बाल विवाह, बाल तस्करी एवं बाल मजदूरी के खिलाफ एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन कोविड 19 के नियमावली का पालन करते हुए आंगनबाड़ी केंद्र मुरलीडीह में किया गया।कार्यशाला में मुरलीडीह नई उम्मीद किशोरी मंडल के 35 सदस्यों ने भाग लिया। कार्यशाला में बाल विवाह, बाल तस्करी ,बाल मजदूरी एवं लैंगिक अपराध अधिनियम की जानकारी, यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य की जानकारी झारखण्ड ग्रामीण विकास ट्रस्ट के सचिव हलिमा एजाज, अमान जहाँ एवं पुजा कुमारी ने बिस्तार से दिया, प्रतिभागियों ने सरकार द्वारा विवाह के 21 वर्ष करने के प्रस्ताव का स्वागत किया गया ।
सत्र को संबोधित करते हुए झारखण्ड ग्रामीण विकास ट्रस्ट के अध्यक्ष शंकर रवानी ने कहा कि हिंसा, शोषण और दुर्व्यवहार, बाल विवाह के ये तीन उपहार है, समाज के सभी तबकों को बाल विवाह का बहिष्कार करना होगा, उन्होंने आगे कहा कि हमे एक साथ इस कुप्रथा के खिलाफ जिसने महामारी में विकराल रूप धारण कर लिया इसका खुलकर विरोध करना होगा, हमे अपने समाज के बच्चों को उनके अधिकारों से वंचित न होने दे।कार्यशाला को सेविका लीला महतो, जहाना खातुन, सुनीता देवी, खुशबू कुमारी झारखण्ड ग्रामीण विकास ट्रस्ट के विनोद महतो एवं नईमुद्दीन अंसारी ने संबोधित किया।