दुर्ग / वामपंथी पार्टियों तथा जनवादी संगठनों द्वारा 27 दिसम्बर को धर्म संसद के नाम पर मुसलमानों के खिलाफ हिंसा,धार्मिक उन्माद व नफरत फैलाने तथा चर्चों पर किये जा रहे हमले के खिलाफ एक ज्ञापन महामहिम राष्ट्रपति और माननीय प्रधानमंत्री के नाम ए डी एम ,दुर्ग नूपुर राशि पन्ना को सौंपा गया.ज्ञापन में देश की शांति प्रिय जनता के बीच धर्म के नाम पर साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण करने, नफरत भरे भाषणों व हिंसा फैलाने के आह्वान की कड़ी निंदा किया गया है.आम जनता के बुनियादी सवालों को दरकिनार करने के लिए भाजपा व उसके संगठनों द्वारा इस तरह के मुद्दों को लाकर लोगों के बीच फूट डालने की कोशिश की जा रही है.
ज्ञापन में मांग किया गया है कि वातावरण को दूषित करने और भारत के लोगों का ध्रुवीकरण करनेवाले कार्यक्रमों तथा धार्मिक उन्माद फैलाने पर तत्काल रोक लगाई जाए.समुदायों के बीच नफरत फैलाने व भड़काऊ भाषण देने में लिप्त स्वामी यति नरसिंहानंद, स्वामी प्रबोदानंद,अन्नपूर्णा मां,धर्मदास महाराज ,कालीचरण और अन्य सभी लोगों को गिरफ्तार किया जाय. चर्चों पर किए जा रहे हमलों को तुरंत रोका जाए तथा दोषी लोगों पर कठोर कार्यवाही की जाए।