गिरिडीह/ रोजी रोटी कमाने जाने वाले युवकों की मौत होने का सिलसिला जारी हैं।गिरिडीह जिले के डुमरी थाना क्षेत्र के जरीडीह पंचायत निवासी स्वर्गीय कैलू मरांडी पुत्र गहना मरांडी और परसाबेडा पंचायत के पिपराडीह निवासी स्वर्गीय बुधन महतो के पुत्र भुनेश्वर महतो की आंध्रप्रदेश के त्रिरूपति में कार्य के दौरान शुक्रवार को करंट लगने से मौत हो गयी।दोनो तीन माह पूर्व रोज़ी रोटी की तलाश में लक्ष्मी ट्रांसको कंपनी में कार्य करने के लिए आंध्रप्रदेश के त्रिरूपति गया था।जहाँ 12 नवम्बर सोमवार को कार्य के दौरान करंट लगने से उसकी मौत हो गयी।दोनो की मौत से उसके परिजनों का हाल रो-रो कर बेहाल हैं।गहना मरांडी अपने पीछे पत्नी,माता,चार बेटियां और एक मासूम पुत्र को छोड गया।जबकि भुनेश्वर महतो अपने पीछे पत्नी,माता,दो बेटियां और दो बेटे को छोड़ गया।प्रवासी मजदूरों के हितार्थ में हमेशा कार्य करने वाले समाजसेवी सिकन्दर अली ने कंपनी से उचित मुआवजे मांग करते हुए कहा कि रोजी कमाने जाने वाले झारखण्ड के बोकारो,हजारीबाग व गिरिडीह जिले के नौजवानों की वहां फजीहत में पड़ने मौत के मुंह में समा जाने की यह पहली घटना नहीं है।इससे पहले भी कई लोगों की मौत हो चुकी हैं।इसलिए पलायन रोकने के लिए झारखंड सरकार को इस पर पहल करनी चाहिए।