धनबाद / शनिवार को राजधानी में कायस्थों के ईष्टदेव भगवान चित्रगुप्त की पूजा अर्चना की धूम रही. इस अवसर पर राजधानी में कई स्थानों पर प्रतिमाएं स्थापित कर बड़े धूमधाम से चित्रगुप्त पूजा का आयोजन किया गया. कायस्थ समाज के लोगों ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कलम, दवात, कॉपी व पुस्तक की भी पूजा की. पूजा के बाद प्रसाद का वितरण किया गया. वहीं, राजधानी में भाई और बहन के प्यार का पवित्र त्योहार भैया दूज धूमधाम से मनाया गया.
बहनों ने दिन की शुरुआत मंदिरों में जाकर भगवान के पूजा अर्चना से की और उसके बाद विधि विधान से भाई-दूज पर्व मनाया. बहनों ने भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर भगवान से लंबी उम्र की कामना की. भाइयों ने तिलक लगाने के बदले बहनों को उपहार भी दिया. सालों से चली इस परंपरा को धूमधाम से मनाया जाता है. प्यार के इस त्योहार को मनाने के लिए बहनों में भी काफी उत्साह रहता है.
भाई-बहन के बीच सौहार्द व प्रेम को दर्शाता है भाई दूज
भाई दूज का पर्व भाई व बहन के बीच सौहार्द व प्रेम को दर्शाता है. इस पर्व पर सभी भाइयों ने माथे पर तिलक लगवाकर परंपरानुसार अपनी छोटी और बड़ी बहनों के चरण भी स्पर्श किए. इस दौरान भाइयों ने बहन को उसकी रक्षा करने का वायदा किया. वहीं बहनों ने भी अपने भाइयों की लंबी उम्र की प्रार्थना की.