कांड्रा/ छोटा हरिहरपुर गांव के बांदना पर्व पर गट गुहरा किया गया । आज सुबह से ही गांव के लोग हर्षोल्लास के साथ पूजा हेतू गाँव के नायके कमलेश महतो ग्राम के महतो विनय महतो मांझी बाबा विराम मुर्मू के देख रेख में नाया पूजा किया एवं गांव के सभी बैलो को पूजा स्थल पर ले जाया गया पूजा स्थल पर रखे अंडा के ऊपर चलाया गया और जो किसान का बैल के ऊपर पाँव पहले पड़ता है उस किसान अपने को भाग्यशाली माना जाता है गट गुहरा के साथ ही तिन दिनों तक बांदना सहाराय की शुरुआत हो गई है ।
छोटा हरिहरपुर गांव के समाज सेवी विनय महतो ने बताया की पूजा के तीन दिन पहले से गाय व बैलों को अच्छी तरह से नहलाया जाता है। इसके बाद शाम को6 उनके सिंग पर सरसों का तेल लगाया जाता है। कार्तिक पूर्णिमा की शाम को बैलों की पूजन के साथ उनकी आरती उतारी जाती है। इसके दूसरे दिन गोशाला की अच्छी तरह से सफाई कर पूजा की जाती है। अंतिम दिन पारंपरिक नृत्य व बैल खुंटाव का आयोजन किया जाता है। इसमें बैलों को आकर्षक रूप सं सजाकर ढोल-नगाड़े के साथ नचाया जाता है। बांदना पर्व छोटा हरिहरपुर समेत कांड्रा बालीडीह,कांड्रा धातकिडीह,रघुनाथपुर,रतनपुर,रायपुर,डुमरा,हुदू,,कांकि डीह, करण गिरी गोरा आदि ग्रामीण क्षेत्रों में बांदना पर्व धूम धाम से मनायी जा रही है जो तिन दिनों तक चलेगी