सरायकेला / सरायकेला प्रखंड अंतर्गत केंदुआ गांव उच्च विद्यालय प्रांगण में राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड (श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार) क्षेत्रीय निदे शालय -जमशेदपुर के द्वारा मनरेगा श्रमिकों का द्विदिवसीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन (12 से 13 अक्टूबर) किया गया। प्रशिक्षण सत्र में उपस्थित श्रमिकों को संबोधित करते हुए बोर्ड के वरिष्ठ शिक्षा पदाधिकारी श्री राज किशोर गोप ने केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही मनरेगा के बारे में प्रकाश डालते हुए कहा कि मनरेगा कोई योजना नहीं बल्कि एक अधिनियम है जिसे केन्द्र सरकार द्वारा 2005 में लागू किया गया है।इसके तहत ग्रामीण क्षेत्र के मजदूरों को पंचायतों के माध्यम से साल में 100 दिन काम देने का प्रावधान है। मजदूर काम के लिए आवेदन अपने पंचायत के ग्राम रोजगार सेवक को दे सकते हैं।आवेदन देने के 15 दिन के अंदर काम नहीं मिलने पर आवेदक को बेरोजगारी भत्ता दिए जाने का प्रावधान है।मनरेगा श्रमिकों को सरकारी गाइड लाइन के अनुसार
मजदूरी देने का प्रावधान है जिसे समय-समय पर केंद्र सरकार द्वारा मंहगाई के अनुसार संशोधित किया जाता है। श्री गोप ने मनरेगा श्रमिकों को जानकारी देते हुए आगे बताया कि पिछले अगस्त माह में केन्द्र सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्री द्वारा ई-श्रम पोर्टल की शुरुआत की गई है।इस पोर्टल के द्वारा असंगठित श्रमिकों का निबन्धन कर यूनिवर्सल अकाउंट नंबर आवंटित की जा रही है। अतः सभी असंगठित कामगार श्रमिक अपने नजदीकी प्रज्ञा केन्द्र/सी एस पी या ऑनलाइन माध्यम से ई-श्रम पोर्टल में अपना निबंधन कराएं ताकि सामाजिक सुरक्षा तथा कल्याणकारी योजनाओं का समुचित लाभ भविष्य में मिल सके। मौके पर उपस्थित सांसद प्रतिनिधि जगत किशोर प्रधान ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कल्याणकारी योजनाओं को लेकर जागरूकता का अभाव है बोर्ड द्वारा इस तरह के जागरूकता सह प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से लोग जागरूक हो पाएंगे जिससे कि श्रमिक वर्ग का उत्थान हो पायेगा।कार्यक्रम का संचालन बोर्ड के कार्यक्रम समन्वयक श्री हेमसागर प्रधान ने किया । उन्होंने मनरेगा का जॉब कार्ड बनाने के तरीके, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना तथा जीवन ज्योति बीमा योजना,कौशल विकास योजना के बारे में प्रतिभागियों को जरूरी जानकारी दिया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में केन्दुआ, गुड़ियाटांड़, सरमाली तथा डुंगरीडीह के प श्रमिकों ने भाग लिया। श्रमिकों को बोर्ड की ओर से डी बी टी योजना के तहत उनके बैंक खाते में रु 500/-भत्ता प्रदान किया जाएगा।इस कार्यक्रम को सफल बनाने में विकास कुमार प्रमाणिक, केंदुआ की वार्ड सदस्य भवानी महतो,आसडू सरदार,कुलेश्वर महतो,फटिक चंद्र मण्डल, आदि का सराहनीय योगदान रहा।