धनबाद / पिछले वर्ष कोरोनावायरस के कारण 26 जून 2020 को ज्ञापांक संख्या 1006 के माध्यम से झारखंड सरकार ने एक आदेश पारित किया जिसमें कहा गया कि जब तक स्कूलों का संचालन पूर्ववत रूप से चालू नहीं हो जाता तब तक कोई भी निजी स्कूल अपने स्कूल फीस में किसी भी तरह की फीस बढ़ोतरी नहीं करेंगे , तथा ट्यूशन फीस के अलावा अन्य किसी मद में कोई फीस नहीं लेंगे. ना ही फीस के एवज में किसी बच्चे का क्लास से नाम कटेगा या उसे प्रमोट करने से रोका जाएगा. लेकिन यहां के निजी स्कूल अपनी मनमानी पर उतर आए हैं.
इनमें डी ए वी ग्रुप के सारे स्कूल तथा धनबाद पब्लिक स्कूल, कमल कटेसरिया एवं आईसीएसई बोर्ड के सारे स्कूल प्रबंधक अपने मनमानी रवैए के कारण अभिभावकों के लिए सर दर्द बनते जा रहे हैं.
कैप्टन प्रदीप सहाय ने बताया कि डीएवी मूनीडीह स्कूल में प्रचार्य एम पी सिंह ” से बात करते हुए और उनके द्वारा माना भी गया कि पिछले साल का जो भी टोटल फीस था उसको हमने 12 से डिवाइड करके हर महीने की इस पर जोर दिया और इस बार भी वही कर रहे हैं जोकि सरकार के आदेश एवं उपायुक्त के आदेश के खिलाफ खिलाफ है डीएवी बरोरा जो बाघमारा में स्थित है वहां तो एनुअल फीस दिए बगैर कोई काम ही नहीं हो रहा है . आखिर अभिभावकगण जाए तो जाए कहां ।
झारखंड अभिभावक संघ उपायुक्त से मिलकर ऐसे स्कूलों का जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग करेगा और यदि हमारी मांगे नहीं मानी गई तो जल्द हम एक विशाल धरना प्रदर्शन करेंगे और न्यायालय का दरवाजा खटखटाने से पीछे नहीं हटेंगे।
धनबाद जिला कमेटी की ओर से जितेंद्र जमुआर मनोज सिन्हा प्रेम सागर उमेश कुमार भगत सहित डीएवी मुनीडीह स्कूल के पेरेंट्स एसोसिएशन के सभी सदस्य एवं सैकड़ों अभिभावक गण मौजूद थे !