वाणी विद्या मंदिर स्कूल की छवि को धूमिल कर रहे पूर्व अध्यक्ष

0 Comments

गम्हरिया। क्षेत्र की प्रमुख शैक्षणिक संस्था वाणी विद्या मंदिर स्कूल की छवि को धूमिल होने नहीं दिया जाएगा। इस संस्थान से हजारों गरीब बच्चे शिक्षा ग्रहण कर लाभान्वित हो रहे हैं। यह गम्हरिया क्षेत्र का धरोहर है।

विद्यालय प्रबंधन समिति के पूर्व अध्यक्ष इंद्रजीत महतो एवं उपाध्यक्ष वरुण महतो का प्रधानाध्यापकों पर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाना सरासर गलत एवं संस्थान को बदनाम करने की एक साजिश है। वर्तमान विद्यालय प्रबंधन समिति इसका जमकर विरोध करती है। शनिवार को विद्यालय प्रांगण में आयोजित प्रेस वार्ता में प्लस टू के प्रधाध्यापक हेमलाल महतो एवं मिडिल स्कूल के परितोष महतो समेत अन्य सदस्यों ने पूर्व अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पर संस्थान को बदनाम करने समेत कई गंभीर आरोप लगाए।

उन्होंने कहा कि वर्तमान कमेटी का गठन पूर्व अध्यक्ष इंद्रजीत महतो की अध्यक्षता में सम्पन्न बैठक में की गई, जिसका रजिस्टर में प्रमाण है। उन्होंने बताया कि बैठक के आयोजन की सूचना भी उन्हीं के हस्ताक्षर से हुआ। विद्यालय प्रबंधन समिति का गठन से लेकर पदाधिकारियों का चुनाव भी उन्हीं की देखरेख में किया गया, फिर फर्जी कमेटी का सवाल कहां उठता है। उन्होंने कहा कि पिछले छह वर्षों तक इंद्रजीत महतो समिति में अध्यक्ष रहे, एवं उनका कार्यकाल समाप्त हो गया था।

इसके बाद भी वे जमे रहना चाहते थे। किंतु संवैधानिक तौर पर ऐसा संभव नहीं हो पाया। कहा कि उक्त कार्यकाल में उन्होंने वित्तीय अनियमितता की बातें क्यों नहीं की। उन्होंने कहा कि इंद्रजीत महतो ने स्वयं कई लाख रुपए अपने निजी स्तर से बैंक के खाते से निकासी की है, जिसका प्रमाण बैंक स्टेटमेंट में है। उन्होंने कहा कि स्कूल संबंधित मामले में हेमलाल महतो, परितोष महतो (दोनो प्रधानाध्यापक) तथा आशुतोष महतो के नाम पर न्यायालय में विचाराधीन विवाद का इससे कोई ताल्लुक नहीं है।

उन्होंने बताया कि वर्तमान प्रबंधन समिति का गठन संवैधानिक तरीके से की गई है। इसकी प्रतिलिपि जिला शिक्षा अधीक्षक से लेकर तमाम संबद्ध विभाग एवं बैंकों को भेजकर कार्रवाई की मांग की गई है। इस अवसर पर पूर्व प्रधानाध्यापक मिहिर कुमार मोदक, परितोष महतो, नारायण महतो, सुशैन महतो, विनोद महतो, रवि कर्मकार आदि उपस्थित थे।

Categories: