निर्माणाधीन भवन की जुलाई तक भवन बदलने का निदेश दिया गया : जिलाधिकारी

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गया। जिला पदाधिकारी, गया डॉ० त्यागराजन एस० एम० द्वारा निर्माणाधीन पिछड़ा वर्ग कन्या +2 उच्च विद्यालय, गया जिसका आवासन क्षमता 520 है। इसके निरीक्षण किया गया है। इस निरीक्षण के क्रम में निर्माणाधीन भवन की जुलाई, 2024 तक पूर्ण करत हुए भवन क हस्तांतरण का निदेश दिया गया। हस्तांतरण के उपरांत अगस्त, 2024 तक जिला पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण पदाधिकारी, गया को नये भवन में विद्यालय का स्थानांतरण करने का निदेश दिया गया है।

निरीक्षण के क्रम में उप महाप्रबंधक, बिहार राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड, कार्यपालक अभियंता, भवन निर्माण विभाग एवं जिला कल्याण पदाधिकारी, गया भी मौजूद थे। तत्काल यह विद्यालय वर्तमान में विनोबा नगर, मगध मेडिकल महाविद्यालय के समीप संचालित है। ज़िला पदाधिकारी ने अपर समाहर्ता राजस्व एव अंचलाधिकारी सदर को निर्देश दिया है कि निर्माणधीन छात्रावास के गेट के समीप निर्माण हो रहे निजी भवन के जमीन को जांच करवाने को कहा है। इसके साथ ही अवैध निर्माण होने पर कार्य को बंद करवाने को कहा है।

डीएम ने ज़िले के सभी वरीय पदाधिकारी को ज़िले में अवस्थित सभी आवसीय विद्यालय में भेज कर जांच करवाया गया है। ज़िला पदाधिकारी ने बताया कि सरकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को त्वरित एवं प्रभावी ढंग से लागू करने, इनके सतत् अनुश्रवण एवं राज्य में न्याय के साथ विकास को सुनिश्चित करने और प्रशासन को अधिक संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से अनुसूचित जाति ,अनुसूचित जनजाति छात्रावास,आवासीय विद्यालय, संप्रेक्षण गृह ,बाल गृह केन्द्रों का स्थल निरीक्षण किया जाना है।
एस सी ,एसटी स्कूल,होस्टल, होस्टल भवन, बिजली व्यवस्था, बेड की उपलब्धता, टॉइलट्स, किचन, कंप्यूटर रूम, लाइब्रेरी सहित अन्य फैसिलिटी, पानी सप्लाई कनेक्शन सहित अन्य बिंदुओं पर जांच करवाया गया है।

इसी परिप्रेक्ष्य में गया जिला के प्रखण्डों में अवस्थित अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति छात्रावास,आवासीय विद्यालय ,संप्रेक्षण गृह , बाल गृह केन्द्रों का स्थल, भौतिक निरीक्षण करने हेतु सभी जिला स्तरीय प्रखण्ड के वरीय प्रभारी पदाधिकारी को भेजी गई है। डीएम ने सभी पदाधिकारियों को निदेश दिया है कि सभी अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति छात्रावास,आवासीय विद्यालय, संप्रेक्षण गृह, बाल गृह केन्द्रों से संबंधित बिन्दुओं की गहन जांच करना सुनिश्चित करेगे। इसी जांच के क्रम में आवासित छात्र-छात्राओं से फीड बैक प्राप्त करेंगे।

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