गया। शांति निकेतन की सभी शाखाओं ए0पी0 कॉलोन कटारी हिल रोड़ अर्चना हाउस,गोविंदपुरम रौना चाकन्द गया में बड़े धूमधाम से मनाया गया येलो डे इस मौके पर विद्यालय की शिक्षिकाएं तथा नन्हे- मुन्ने बच्चे सभी पीले रंग के परिधान में उपस्थित थे।विद्यालय प्रांगण को पीले रंग की वस्तुओ से सजाया गया जिसमें पीले रंग के गुब्बारों से पूरे एकेडमी को मनमोहक ढंग से बहुत ही अच्छे तरीके से सजाया गया ।
इन आयोजनों के माध्यम से शिक्षिकाएं बच्चों को विभिन्न रंगों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हैं। इसलिए एकेडमी समय-समय पर इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन बच्चों के समुचित विकास के लिए करती है l इसका उद्देश्य बच्चों में रंगों की पहचान का बोध करना होता है इसलिए शांति निकेतन एकेडमी पहले से लर्निंग वाइ प्लेइंग खेल-खेल के साथ शिक्षा देने के लिए प्रसिद्ध रहा है।
इस मौके पर वर्ग प्लेग्रुप से सान्वी और श्रीहरी आम, वर्ग नर्सरी से जैन, आर्य, हमदान, आयंश स्मइली एमोजी और केले के भेष-भूषा में, वर्ग जूनियर के0जी0 से कशिश , संगम , आरुशी , आराध्य पाईनेपल के भेष-भूषा में तथा सीनियर के0जी0 से पार्थ , अदविका ओम , लाईबा पम्पकिन और शिमला मिर्च के भेष-भूषा में नज़र आये।
इस मौके पर विद्यालय के चेयरमैन हरि प्रपन्न जी ने बताएं कि रंगों का हमारे जीवन में क्या महत्व है और यह बताएं कि पीला रंग उर्जा] सकारात्मकता] खुशी एवं स्पष्टता का प्रतीक है l प्रपन्न ने कहा कि अगर प्रकृति से रंगों को हटा दिया जाए तो दुनिया बेरंग हो जाएगी | विद्यालय द्वारा इस आयोजन को कराए जाने का मुख्य उद्देश्य बच्चों का सर्वांगीण विकास करना है एवं बच्चों को लर्निंग वाई प्ले कांसेप्ट के साथ शिक्षा देना है |