विधि विवादित किशोर की पहचान हेतु गठित टीम के कार्यो का सचिव द्वारा किया गया पर्यवेक्षण

औरंगाबाद | राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली निर्देशा नुसार जेलो में विधि विवादित किशोरो की पहचान करने और कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए अखिल भारतीय अभियान के तहत मण्डल कारा औरंगाबाद में पैनल अधिवक्ता की टीम द्वारा मण्डल कारा में जाकर डाटा एकत्रित किया जा रहा है। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सुकुल राम द्वारा मण्डल कारा में स्वयं जाकर पैनल अधिवक्ताओं द्वारा विधि विवादित किशोरो की पहचान के लिए तैयार किये गये डाटा के आलोक में स्वयं मण्डल कारा में जाकर इसका पर्यवेक्षण किया गया। इस अवसर पर काराधीक्षक सुजीत कुमार झा उपस्थित रहें।

सचिव द्वारा विधि विवादित किशोरो की पहचान करने तथा उनसे सम्बन्धित उम्र के सत्यापन हेतु काराधीक्षक को निदेशीत किया कि जिन विधि विवादित किशोरो की प्रथम स्तर पर पहचान करते हुए डाटा तैयार की गयी है, उनसे सम्बन्धित उम्र के सत्यापन के लिए उनके माता-पिता या अभिभावक से सम्पर्क स्थापित करते हुए कागजी दस्तावेज की मांग तत्काल की जाए जिससे कि उनके दावे को कानूनी स्तर से सहायता पहुॅचाने में कारगर सिद्ध हो सके।विदित है कि माननीय राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देषानुसार 26 जनवरी गणतत्र दिवस के अवसर पर जेलों में बंद विधि विवादित किशोरो की पहचान करने और उन्हें विधिक सहायता उपलब्ध कराने हेतु अखिल भारतीय अभियान शुरू किया गया है इसी कड़ी में अबतक किये गये कार्यो का मूल्यांकन के अन्तर्गत पर्यवेक्षण का कार्य किया गया।

सचिव द्वारा यह भी बताया गया कि विधि विवादित किशोरो के पहचान तत्पष्चात् उनसे प्राप्त दस्तावेजी साक्ष्य के आधार पर उनसे सम्बन्धित डाटा तैयार कर अग्रेत्तर कार्रवाई हेतु न्यायालय में प्रेषित की जायेगी।इस अवसर पर काराधीक्षक सुजीत कुमार झा द्वारा सचिव को बताया गया कि प्रारम्भिक तौर पर किशोर प्रतीत होने वाले की पहचान करने के उपरान्त उनसे सम्बन्धित कुछ दस्तावेजों को इकत्र की गयी है, और मण्डल कारा द्वारा उनके परिजन से दूरभाषिक सम्पर्क कर दस्तावेज सर्मिर्पत करने के लिए कहा गया है जो एक-दो दिनों में प्राप्त होने की संभावना है।

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