कतरास। अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस एवं महामारी के इस दौर में भला हम इन के किरदार को कैसे भूल सकते हैं। दिन-रात चौबीसों घंटे लोगों की सेवा में समर्पित हमारी देश की नर्सेज का जितना साधुवाद किया जाए वह कम है।
आज पाठशाला के संस्थापक देव कुमार वर्मा सेंट्रल अस्पताल धनबाद पर पहुंचकर और वहां कार्यरत सभी नर्सेज को प्रोत्साहित करते हुए अपनी तरफ से तैयार की गई एक छोटी सी उपहार उन्हें भेंट की। इस उपहार में सांस के साथ भाप देने की मशीन जिसे वेपोराजीन मशीन भी कहते हैं उसे बांटा गया
देव कुमार वर्मा ने नर्सों की प्रमुख इंदू सिंह को कहा नर्सेज हमारी स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का वह ‘स्ट्रेचर’ हैं जो, डॉक्टर्स के काम में ‘दर्द की गोली’ और मरीजों को समय पर दवा देकर ‘दर्द-निवारक’ का काम करती हैं। कोविड के वक़्त अपने घर-परिवार से दूर रहकर मरीजों को कभी प्यार से तो कभी डांटकर ठीक करने वालीं हमारी नर्सेज ही तो हैं। महामारी के इस दौर में उनका काम और भी अतुल्य हो गया है। आप सभी को आत्मीय बधाई ।
सेंट्रल अस्पताल में कुल 30 नर्सों को उपहार दिया गया और अब तक करीब सौ से अधिक परिवारों तक जिसमें फ्रंटलाइन जैसे कि पत्रकार, समाजसेवी , राजनेता और आमजन भी शामिल है को मशीन भेंट की गई है l