महिला के मौत पर दो लाख व दो नियोजन पर बनी सहमति

झारखंड टाइगर जयराम महतो मिले परिजन से

जिलापरीषद सदस्य और पूर्व मुखिया मौके पर डटे रहे

घटना को लेकर तरह तरह की चर्चा आती रही सामने

कतरास। तेतुलमारी कोलियरी अंतर्गत संचालित आउटसोर्सिंग कंपनी चन्नेई राधे में नगरी कला उत्तर पंचायत के रंगुनी तांड निवासी महेंद्र महतो की 41 वर्षीय पत्नी वीणा देवी का निधन मलवा गिरने से हो गया।
घटना को लेकर बताया जा रहा है कि वीणा देवी जलावन के लिए कोयला लेने गई थी। मलबा गिरने के कारण दब गई और मौके पर ही वीणा देवी की मौत हो गई। आनन फानन में वीणा देवी के शव को बाहर निकाला गया।
घटना की सूचना पाकर परिजन और ग्रामीण जमा हो गए और वीणा देवी के शव को रख कर मुवावज की मांग करने लगे। मोहलिडीह के पूर्व मुखिया मोहम्मद आजाद और जिला परिषद सदस्य मोहम्मद इसराफील उर्फ लाला ने तेतुलमारी कोलियरी के परियोजना पदाधिकारी से घंटों चले वार्ता में मुवावजा पर सहमति बनी जिसमे दो लाख और परिवार को दो नियोजन दिया गया।
घटना को लेकर तरह तरह की चर्चा गर्म रही । रेखा देवी नमक महिला ने बताया कि वे सभी कोयला चुनने गई थी। मलवा गिरने के कारण वीणा देवी दब गई और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। स्थानीय लोगों को सूचना देने पर मशीन से मलवा हटाया गया और हमे वीणा देवी के शव को ले जाने को कहा गया।


वहीं मोहलीडीह के पूर्व मुखिया मोहम्मद आजाद ने बताया कि वीणा देवी अपने रैयती जमीन पर खेती देखने गई थी। फिसल कर गिरने के कारण उनका निधन हो गया। प्रबंधन की लापरवाही के कारण घटना घटी। जिसके लिए परिजन को मुवावजा दिलाने का काम किया गया।
जिला परिषद सदस्य इसराफिल उर्फ लाला ने कहा की घटना प्रबंधक के लापरवाही के कारण हुआ। अगर बेरीकेटिंग किया गया होता तो घटना नही होती। प्रबंधन ने परिजन को दो लाख और दो नियोजन देने पर राजी हुआ।
रिंकू महतो ने कहा कि प्रबंधन की लापरवाही के कारण वीणा देवी की जान गई। उत्खनन क्षेत्र में बाउंड्री वॉल होना चाहिए जिससे लोगों किंजान बच सके। वीणा देवी अपने जमीन पर गई हुई थी। महिला की कोई गलती नही है। प्रबंधन ने मुवावजा दिया है। मृतक महिला अपने पीछे तीन बच्चो को छोड़ गई है।
मोहम्मद रिजवान ने कहा कि कोयला उत्खनन के लिए प्रबंधन किसी हद तक जाने को तैयार है लेकिन सुरक्षा को लेकर लापरवाही बरतने का काम करती है। यहां के रैयत अपना जमीन कोयला उत्खनन के लिए देती है और प्रबंधन की लापरवाही के कारण अपना जान भी गवाना पड़ता है।
वहीं घटना की जानकारी मिलने पर झारखंड टाइगर जयराम महतो भी पहुंचे और परिजनों से बात की। जयराम महतो महज दो लाख और दो नियोजन मिलने से नाराज दिखे और कहा कि था मुवावजा कम है। मृतक महिला के परिजनों को कम से कम दस लाख मुवावजा राशि और नियोजन मिलना चाहिए था। प्रबंधन और ग्रामीणों के बीच वार्ता हो गई है। जयराम महतो ने कहा की यहां के रैयत अपना जमीन भी देते हैं तो ऐसी दर्दनाक मौत पाते हैं। इसे स्वीकार नहीं किया जायेगा। अगर आगे से ऐसी घटना हुई तो परिजनों को कम से कम दस लाख का मुवावजा राशि मिलना चाहिए और लापरवाह प्रबंधक पर मामला दर्ज किया जाना चाहिए।

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