निचितपुर। ईस्ट बसूरिया कोलियरी अंतर्गत संचालित खेमका केरियर आउटसोर्सिंग कंपनी में स्थानीय रैयतों को रोजगार देने की मांग को लेकर आजसू पार्टी ने चक्का जाम किया। आजसू पार्टी के राजगंज मंडल के सचिव देव नारायण महतो ने कहा कि बड़की बौआ के रैयतों ने अपना जमीन खोया। तीन माह पूर्व प्रबंधन को रैयतों को रोजगार देने की मांग की लेकिन प्रबंधन ने कोई वार्ता नही किया। जिसके बाद पार्टी ने चक्का जाम आंदोलन किया है। प्रबंधन की मनमानी व गैर जिम्मेदाराना रवैया को आजसू पार्टी बर्दास्त नही करेगी।
वही चक्का जाम आंदोलन के दौरान बतौर अतिथि शामिल हुए नरेश महतो ने कहा कि खेमका केरियर आउटसोर्सिंग कंपनी मनमानी कर रही है। स्थानीय रैयतों ने राष्ट्रहित में अपनी खेतियोग्य भूखंड कंपनी को कोयला उत्खनन के लिए दिया तो कंपनी को भी स्थानीय रैयतों को मुवावजा के साथ रोजगार देना चाहिए। मगर गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी के पत्र का भी कोई जबाब नही दिया गया। यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। जब तक स्थानीय रैयतों व बेरोजगार युवकों को रोजगार नही दिया जाता आंदोलन को जारी रखा जाएगा।
आजसू पार्टी व खेमका आउटसोर्सिंग कंपनी के प्रबंधक के साथ वार्ता हुई। जिसके बाद आंदोलन को इस शर्त पर स्थगित कर दिया गया कि आगामी 10 जुलाई को प्रबंधन का प्रतिनिधि गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी के कार्यालय में बैठक कर रोजगार के मुद्दे पर स्थिति स्पष्ट करेगा।
आजसू पार्टी के चक्का जाम आन्दोलन की खबर पर अनहोनी घटना को टालने के लिए ईस्ट बसूरिया ओ पी पुलिस मुस्तेद दिखी। ईस्ट बसूरिया पुलिस दल बल के साथ मौजूद थी और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैयार दिखी।
10 जुलाई को गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी से वार्ता के बाद ही आगे के आंदोलन की रणनीति पर आजसू पार्टी आगे बढ़ेगी।