संवाददाता – योगेंद्र कुमार
धनबाद। झारखंड सरकार के नियोजन नीति जो 60–40 अनुपात में तय किया गया है, उसका छात्रों और सभी झारखंड वासियों ने विरोध किया है। छात्रों का कहना है ही 60–40 हमें मंजूर नहीं है। छात्रों का कहना है की नियोजन नीति खतियान आधारित हो, नियोजन के लिए स्थानीय भाषा और संस्कृति की जानकारी अनिवार्य हो। किसी भी राज्य के नियोजन में उस राज्य का स्थानीय निवासी होना अनिवार्य शर्त है तो झारखंड के लिए भी नियोजन में स्थानीय निवासी होना अनिवार्य होना चाहिए। यही सब मुद्दों और रांची में हुई छात्रों पर लाठीचार्ज के विरोध में आज झारखंड बंद का आव्हान किया गया है। आज के झारखंड बंद के दौरान बलियापुर चौक में छात्रों के बंदी का बलियापुर प्रखंड उप प्रमुख आशा देवी ने नैतिक समर्थन दिया। और कहा कि जिस उद्देश्य से झारखंड का निर्माण किया गया था वो आज अधूरा है। आज भी झारखंडी जनता अपने हक और अधिकार से वंचित है। इसलिए आज के युवा पीढ़ी आंदोलन की राह पकड़ी है। जिस झारखंड की सपनों को लेकर हमारे पुरखों ने बलिदान दिया है, वो शोषण मुक्त झारखंड और खुशहाल झारखंड का हमें निर्माण करना है। आज के बंदी में बलियापुर चौक के चारों रोड में गाड़ियों का लंबी कतार लग गई तथा दुकान को भी बंद रखा गया आवश्यक सेवा को छूट दी गई। बंदी को देखते हुए पुलिस प्रशासन मुस्तैद रही।