धनबाद। धनबाद जिला 20-सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष ब्रजेन्द्र प्रसाद सिंह के नेतृत्व में जिला प्रशासन के द्वारा धनबाद जिला बीस-सूत्री कमिटी एवं प्रखंड बीस-सूत्री कमिटी के प्रति उदासीनता एवं उपेक्षा किए जाने के साथ-साथ झारखंड सरकार के विकास संबन्धित कार्य बाधित रहने सम्बन्धित ज्वलंत बिषयों को लेकर धनबाद जिला बीस-सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के सभी सदस्यों एवं सभी प्रखंडों के बीस-सूत्री अध्यक्षों की एक आवश्यक बैठक धनबाद परिसदन भवन(सर्किट हाउस) में आयोजित की गई।
बैठक में जिला बीस सूत्री उपाध्यक्ष ब्रजेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि झारखंड सरकार के कल्याणकारी कार्यों को गति देने के साथ-साथ राज्य सरकार के योजनाओं को जिला के सभी प्रखंडों,पंचायतों एवं गांवों में धरातल पर उतारने एवं विकास के कार्यों में पारदर्शिता लाने को लेकर जिला बीस-सूत्री के सभी सदस्यों एवं प्रखंड बीस-सूत्री के सभी सदस्यों के साथ बैठक आयोजित की गई।
आगे श्री सिंह ने कहा कि धनबाद जिला बीस-सूत्री की पहली बैठक चार महीना पूर्व सितम्बर को हुई थी पर जिला प्रशासन के द्वारा जिला बीस-सूत्री कमिटी एवं प्रखंड बीस-सूत्री के प्रति उदासीनता,लचरता एवं लापरवाही के कारण बीस-सूत्री गठन के पांच महीना बीत जाने के बावजूद जिला एवं प्रखंड में बैठक कराने की बात दूर जिला प्रशासन के द्वारा जिला एवं प्रखंड में बीस-सूत्री का कार्यालय तक उपलब्ध कराने में जानबूझकर अनदेखी एवं नजरअंदाज किया गया।
आगे श्री सिंह ने कहा कि झारखंड की महागठबंधन सरकार ने जिस आशा और उम्मीद के साथ में विकास कार्यों की मजबूत कड़ी बीस सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति गठन कर सभी बीस-सूत्री सदस्यों को जो दायित्व दिया है, वे अपने दायित्व का पूरी निष्ठा के साथ निर्वहन जिला प्रशासन की अनदेखी के कारण नहीं कर पा रहे हैं और न ही सरकार के कल्याणकारी कार्यों को धरातल पर उतारने पर सफल नहीं हो पा रहे हैं, जिला में अफसरशाही इतना हावी हैं कि वह नहीं चाहते जिला एवं प्रखंड में 20 सूत्री सक्रिय रूप से कार्य करें और ना ही सत्ता का विकेंद्रीकरण हो, धनबाद जिला में लगभग 14 महीना से 20 सूत्री की कोई बैठक नहीं हुई है 20 सूत्री से संबंधित बैठकों एवं कार्यालय से संबंधित समस्याओं पर माननीय प्रभारी मंत्री भी गंभीर नहीं दिखे, झारखंड सरकार ने जिस आशा और उम्मीद के साथ बीस-सूत्री का गठन किया गया पर जिला प्रशासन की उदासीनता,लचरता एवं लापरवाही के कारण बीस-सूत्री गठन के लगभग पांच महीना बीत जाने के बावजूद जिला एवं प्रखंड में बैठक कराने की बात दूर जिला प्रशासन के द्वारा बीस-सूत्री का कार्यालय तक उपलब्ध कराने में जानबूझकर अनदेखी एवं नज़रअंदाज़ किया गया जबकि नियमतः जिला बीस-सूत्री की बैठक 2 महीना में एक बार एवं प्रखंड बीस-सूत्री की बैठक महीना में एक बार बैठक कराने का प्रावधान है पर जिला में बीस-सूत्री गठन हुए लगभग पांच महीना बीत जाने के बावजूद जिला प्रशासन के द्वारा कोई बैठक नहीं कराई गई और न ही जिला एवं प्रखंड में बीस-सूत्री का कार्यालय उपलब्ध कराया गया, जिला प्रशासन के द्वारा बीस-सूत्री को उपेक्षा किए जाने पर बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से सामूहिक रूप से इस्तीफा देने का निर्णय लिया गया,जिसकी विस्तृत जानकारी झारखंड स्टीयरिंग कमिटी के चेयरमैन शिबू सोरेन, झारखंड सरकार के माननीय मुख्यमंत्री,झारखंड प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर जी को भी दे दी गई।
बैठक में जिला बीस-सूत्री समिति के सभी सदस्य मदन महतो,शमशेर आलम,लक्ष्मण तिवारी,योगेंद्र सिंह योगी,राजू प्रमाणिक,उषा पासवान,हराधन रजवार,मोहम्मद कासिम अंसारी,जितेश सिंह,अनिल साव,पप्पू कुमार तिवारी, राजेंद्र किस्कू,आलमगीर असरफ,अजय रवानी,शमीम अंसारी,तरूण मुर्मू,अलितुर अंसारी सहित जिला एवं सभी प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष एवं सदस्यगण मुख्य रूप से उपस्थित थे।