‘डिस्करेज वर्कर इफेक्ट’ की मार से जूझ रहे है युवा को रोज़गार दे रहा नायब टेक्निकल एजुकेशन वेल फेयर ट्रस्ट

झरिया। नायब टेक्निकल एजुकेशन वेल फेयर ट्रस्ट के डारेक्टर आरिफ सिद्दीकी ने कहा की जब व्यक्ति को यह लगने लगता है कि अब नौकरी के बहुत कम मौके हैं तो वह तलाश करना छोड़ देता है। भारत इन दोनों एसी चुनौतियों से रूबरू हो रहा है ।जिसे ‘डिस्करेज वर्कर इफेक्ट’कहते है | हमारी संस्था ‘डिस्करेज वर्कर इफेक्ट’ की मार से जूझ रहे है बेरोज़गार युवा को रोज़गार देने का काम कर रही है | नायब टेक्निकल एजुकेशन वेल फेयर ट्रस्ट ही एक ऐसी संस्था है जो ऐसी युवा को रोज़गार दे कर गांव को शहर बनाने में सहयोग कर रही है ‘डिस्करेज वर्कर इफेक्ट’ का असर खास कर कोरना के दिनों में ज़ियादा असर पड़ा है लोग नौकरी की आस छोड़ कर बेरोज़गार बन बैठे थे आज नायब टेक्निकल एजुकेशन वेल फेयर ट्रस्ट हौलपक, वोल्वो, पोकलेन ,डोजर, ग्रेड ,मोबाइल क्रेन जैसी प्रशिक्षण मात्र 2 महीना में दे कर लोगो को रोज़गार देने का काम कर रही है | आज हज़रो की संख्या में लोग विदेश मै जा कर 30 से 40 हज़ार रूपया महीना कमा रहे है | भारत में ही लोगो को 20 से 25 हज़ार की नौकरी मिल जा रही है | झारखण्ड से बहार कई राज्य जैसे मध्य प्रदेश, उतर प्रदेश, हिमाचल, नागालैंड, बिहार,बंगाल के युवा अपनी प्रशिक्षण पूर्ण रूप से प्राप्त कर नौकरी कर रहे है महारास्ट्र से आए दर्जनों की संख्या में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले छात्र को सर्टिफिकेट दिया गया | आये हुवे प्रशिक्षण प्राप्त छात्रों ने आरिफ सिद्दीकी को शाल एवं पुष्प दे कर सवागत किया मोके पर काफी संख्या में छात्र उपस्थित थे दिनेश रमेश पाटील, गोपाल जानू राव खड़े, रूपेश वामन अधग्ले, संतोष लक्ष्मण ठाकुर, दीपक कूल्हे, उमेश रमेश मेश्राम, रजत रमेश पाटील, जितेंद्र हरिदास चौबे, मनोज डोंगरे, धर्मपाल भारत, धीरज विट्ठल मोहम्मद साहिल, कलाम, अमर साईं,त्रिलोचन राम

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