अस्थायी गो आश्रय स्थल न होने से किसानों के फसलों की नहीं हो पा रही सुरक्षा।
मजबूरी में फसलों की सुरक्षा के लिए लगा रहे, खेत के चारों ओर तार।
संवादाता तुषार शुक्ला
बांकेगंज (खीरी):। बीती रात विकासखंड बांकेगंज की ग्राम पंचायत ग्रंट नम्बर 11 के बल्दीपुर गाँव के निकट फसलों की सुरक्षा के लिए लगाये गये कटीले व ब्लेड्युक्त तारों में उलझने तथा उसमें प्रवाहित विद्युत करंट से एक नीलगाय की मौत हो गयी। मौके पर पहुंचे वन दरोगा और पशु चिकित्सा अधिकारी ने नीलगाय के शव का निरीक्षण किया। बाद में शव को गड्ढा खोदकर खेत में ही दफना दिया गया।
शासन ने किसानों द्वारा अपने फसलों की सुरक्षा के लिए खेत के चारों ओर कटीले अथवा ब्ब्लेड्युक्त तारों को लगाने पर भले ही प्रतिबंध लगा रखा हो परन्तु विकासखंड बांकेगंज की तमाम ग्राम पंचायतों में अस्थायी गो आश्रय स्थल का निर्माण न होने और आवारा पशुओं द्वारा फसलों को निरंतर पहुंचाए जा रहे नुकसान के कारण किसान खेत के चारों ओर तार लगाने को विवश हैं। कई किसान रात के समय उन तारों में विद्युत करंट भी जोड़ देते हैं। उन तारों में उलझकर पशुओं के घायल होने का सिलसिला अनवरत चलता रहता है। उन घायल पशुओं की कोई सुधि भी नहीं लेता है।
बुधवार की रात गोला वन क्षेत्र में पड़ने वाले ग्रंट नम्बर 11 के बल्दीपुर गाँव के निकट तारों में उलझने और उसमें प्रवाहित करंट से नीलगाय की मौत तो महज एक बानगी है। सुबह जब लोगों ने नीलगाय को खेत में मृत देखा तो उन्होंने वन अधिकारियों को इसकी सूचना दी। मौके पर वन दरोगा बालेश्वर यादव अन्य वन कर्मियों के साथ पहुँचे। पशु चिकित्सा अधिकारी सुरेश चंद्र भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने नीलगाय का गहनता से निरीक्षण किया। निरीक्षण किये जाने के बाद वनाधिकारियों ने खेत में एक गड्ढा खुदवाकर शव को मिट्टी से ढकवा दिया।लोगों ने वनाधिकारियों को बताया कि खेत गोला रह रहे शिक्षक का है। जिसे उन्होंने बल्दीपुर निवासी व्यक्ति को बटाई पर दे रखा है। उसने उसमें गन्ना लगा रखा है। मौके पर वनाधिकारियों ने फसल को आवारा पशुओं से बचाने के लिए खेत के चारों ओर तार लगे पाये। गोला वन क्षेत्र के वन दरोगा अजीत श्रीवास्तव ने बताया कि खेत के किनारे लगे ब्लेड्युक्त तार और उसमें प्रवाहित विद्युत करंट के कारण नीलगाय की मौत हुई है।एडीओ पंचायत ओमप्रकाश ने बताया कि ग्रंट नंबर 10 व 11 में अस्थाई गोआश्रय स्थल का निर्माण कार्य तेजी से कराया जा रहा है परंतु अभी शुरूआत नहीं हो सकी है।