धनबाद। धनबाद नगर निगम चुनाव का 2020 से इंतजार किया जा रहा है। पहले कोरोना संक्रमण के कारण चुनाव को टाल दिया गया। उसके बाद ओबीसी आरक्षण को लेकर चुनाव टल गया। अब झारखंड सरकार ने धनबाद को लेकर जो प्रस्ताव दिया है उससे कई प्रत्याशियों के चेहरा खिल गया तो कितनो का रंग उड़ गया है। सरकार ने धनबाद नगर निगम के मेयर सीट को ओबीसी से हटा कर पहले सामान्य किया जिसके बाद कई दावेदार मैदान में आये। फिर धनबाद को महिला सीट बताया गया जिसके बाद किसी ने अपनी पत्नी तो किसी ने बहु को मैदान में उतारने की जुगत लगाई और अब सरकार ने धनबाद मेयर सीट को एससी आरक्षित करने का प्रस्ताव दे दिया। जिससे कई दावेदार बाहर हो गए और नये चेहरे मैदान में ताल ठोकने लगे।
सरकार के इस फैसले को कोई सराह रहा है तो कोई संदेह की नजर से देख रहा है।
भुली नगर कांग्रेस के एस सी एस टी मोर्चा के अध्यक्ष अजय चौधरी उर्फ गुड्डू चौधरी ने कहा कि सरकार का फैसला एस सी वर्ग के विकास का परिचायक होगा। धनबाद में पहले महिला सीट और ओबीसी सीट रहा है इसबार एससी सीट होने से एससी कैटेगरी के लोगों की उम्मीदवारी से धनबाद में नया चेहरा और नया कार्य संस्कृति भी दिखेगा। झारखण्ड सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हैं।
वहीं भाजयुमो के भुली मंडल अध्यक्ष सूरज कुमार पासवान एससी वर्ग से आते हैं और उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार का विकास से कोई वास्ता नही है। लोगों को हेमन्त सरकार सिर्फ गुमराह कर रही है। मेयर सीट को कभी सामान्य वर्ग तो कभी महिला आरक्षित बता रही थी अब एससी आरक्षित का प्रस्ताव दिया है। हेमन्त सोरेन सरकार गुमराह कर रही। झारखंड सरकार को पता ही नही है कि क्या करना है। धनबाद नगर निगम का चुनाव ढाई साल से लटका हुआ है। सरकार पंचायत का चुनाव करवा दिया मगर निगम चुनाव को एक षड्यंत्र के तहत लटका कर रखे हुए है और लोगों को लड़वाने का काम कर रही है। धनबाद निगम में मेयर एससी आरक्षित किये पर सरकार का भरोसा नही किया जा सकता है। यह पलटी मार सरकार है। वैसे अगर एससी आरक्षित से चुनाव होता है तो निश्चित ही धनबाद में एससी वर्ग को सम्मान मिलेगा।