धीरज गुप्ता गया
गया। अफसर प्रशिक्षण अकादमी, गया में 10 दिसंबर 2022 को 22 वीं पासिंग आउट परेड का आयोजन
किया जाएगा, जिसके दौरान 40वीं टेक्निकल एंट्री स्कीम (टीईएस) कोर्स के 61 जेंटलमैन कैडेट और 49 वीं स्पेशल कमीशन ऑफिसर्स (एससीओ) कोर्स के 08 जेंटलमैन कैडेट अधिकारी बनेंगे।
लेफ्टिनेंट जनरल सुरिंदर सिंह महल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल, सेना प्रशिक्षण कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, इस पावन अवसर पर समीक्षा अधिकारी होंगे। कई सम्मानों से सम्मानित, अनुभवी और निपुण जनरल ऑफिसर का 37 से अधिक वर्षों का प्रतिष्ठित और शानदार सैन्य करियर रहा है। जनरल ऑफिसर, डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन और प्रतिष्ठित नेशनल डिफेंस कॉलेज, नई दिल्ली के पूर्व छात्र हैं। जनरल ऑफिसर के पास व्यापक सैन्य परिचालन का अनुभव है और उन्हें डेजर्ट सेक्टर में एक स्वतंत्र बख्तरबंद ब्रिगेड, पश्चिमी क्षेत्र में एक विभाग और प्रतिष्ठित खडगा स्ट्राइक कोर की कमान संभालने का गौरव प्राप्त है।अकादमी ने विश्व स्तरीय सैन्य प्रशिक्षण संस्थान के अनुरूप अपनी ट्रैनिंग को प्रदर्शित करने के लिए विभिन्न गतिविधियों की योजना बनाई है। पासिंग आउट परेड के मुख्य आकर्षण मल्टी एक्टिविटी डिस्प्ले, पासिंग आउट परेड और पिपिंग समारोह शामिल रहेंगे। मल्टी एक्टिविटी डिस्प्ले के अंतर्गत जिमनास्टिक्स, हॉर्स शो, स्काई डाइविंग, मोटर साइकिल डेयरडेविल शो, मलखंभ तथा गटका जैसे साहसिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया जाएगा।जेंटलमैन कैडेटों के माता-पिता और गणमान्य व्यक्ति आयोजित समारोह के गवाह बनेंगे। इसके
अलावा, सैनिक स्कूल नालंदा, सैनिक स्कूल तिलैया, सैनिक स्कूल पुरुलिया, राष्ट्रीय कैडेट कोर के कैडेट और गया के श्रेष्ठ स्कूलों के बच्चों को भारतीय सेना के रीति-रिवाज और परंपराओं से रूबरू कराने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण भी किया जाएगा और साथ ही इसे डिजिटल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा किया जाएगा। अफसर प्रशिक्षण अकादमी, गया 18 जुलाई 2011 को सेना द्वारा तीसरे प्री-कमीशनिंग प्रशिक्षण
अकादमी के रूप में स्थापित किया गया है। अफसर प्रशिक्षण अकादमी,गया के प्रतीक चिन्ह में दो रंगों कीपृष्ठभूमि है, ऊपरी आधा फ्रेंच ग्रे सांकेतिक शक्ति और लचीलापन है और निचला आधा क्रिमसन रेड है जो परम बलिदान को दर्शाता है। इस प्रीमियर अकादमी की दो प्रशिक्षण बटालियनों का नाम सेकेंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल और कैप्टन विक्रम बत्रा के नाम पर रखा गया है। दो वीर अधिकारियों ने राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया और उन्हें मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था। धर्मचक्र के साथ जुड़ी दो क्रॉस तलवारें अकादमी का प्रतीक चिन्ह बनाती हैं। नीचे दिए गए स्क्रॉल में देवनागरी में ‘शौर्य, ज्ञान संकल्प’ अकादमी का आदर्श वाक्य है। अकादमी के सभी अधिकारी और जेंटलमैन कैडेट भारतीय सेना के लिए भविष्य के सैन्य नेताओं को तैयार करने की दिशा में इस आदर्श वाक्य के लिए जीते हैं।