संवाददाता।असलमअंसारी।
झरिया| जन्म-मृत्यु प्रमाण बनवाने के लिए अब सिंदरी, कतरास, छाताटांड़ और झरिया अंचल के लोगों को धनबाद मुख्यालय नहीं आना पड़ेगा। सबकुछ ठीक रहा तो बहुत जल्द संबंधित अंचल में ही पहले की तरह जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र बनना शुरू हो जाएगा।
अभी नगर निगम के सभी पांचों अंचल धनबाद, सिंदरी, झरिया, कतरास और छाताटाड़ का जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र धनबाद अंचल से ही बन रहा है। इसकी वजह से आवेदन की संख्या पेंडिंग होती जा रही है। लोगों को भी दूर-दराज से आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसे देखते हुए नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार ने व्यवस्था में बदलाव करने का निर्णय लिया है। इसका प्रस्ताव सांख्यिकी के साथ ही नगर विकास विभाग भी भेज दिया गया। इसके अंतर्गत अब सिर्फ धनबाद, झरिया और छाताटांड़ अंचल के लोगों का नगर निगम प्रधान कार्यालय में जन्म- मृत्यु प्रमाण पत्र बनेगा। सिंदरी और कतरास के लोग अंचल कार्यालय में जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र बनवा सकेंगे। इसके लिए तीन लागइन आइडी कोड बनेंगे यानी तीन रजिस्ट्रार होंगे। सहायक नगर आयुक्त प्रकाश कुमार, सहायक नगर आयुक्त कंचन कुमारी भदौलिया और मो अनीस के नाम से आइडी कोड होंगे। इस समय नगर निगम में जन्म-मृत्यु के लगभग 400 आवेदन पेंडिंग है। एक से डेढ़ माह का समय बनने में लग जा रहा है।जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाने में हावी हैं दलाल
नगर निगम में पांचों अंचल का जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र का आवेदन जमा हो रहा है। एक ही जगह सभी 55 वार्ड का आवेदन जमा होने के कारण काफी संख्या में यह पेंडिंग होता जा रहा है। एक प्रमाणपत्र बनने में एक से डेढ़ माह का समय लग रहा है। बावजूद यहां दलाल के जरिए प्रमाणपत्र बहुत ही आसानी और कम समय में बन जा रहा है। यह सब निगम कर्मियों की मिलीभगत से हो रहा है। चर्चा है कि दो से ढाई हजार रुपये खर्च करने पर एक सप्ताह के अंदर प्रमाणपत्र मिल जा रहा है।