दोनों पक्षों से कई लोग घायल, जमकर बरसे पत्थर
तीन बाइक सहित एक कार को बुरी तरह किया गया क्षतिग्रस्त
पुलिस पर लाठीचार्ज करने का आरोप
धनबाद / प्रतिनिधि / दिलीप विश्रकर्मा / जिले में लगातार हो रहे जमीन विवाद अब खूनी संघर्ष में तब्दील होना शुरू हो गया है। इसका ताजा उदाहरण शुक्रवार को बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के सभारी गांव में देखने को मिला। जहां खरीदी गई जमीन पर जमीन मालिक बाउंड्री वॉल करने पहुंचे तो ग्रामीणों की उग्र भीड़ ने हमला बोल दिया। जिसमें दोनों पक्षों से तीन से चार लोग घायल बताए जाते हैं। जिसमें से एक युवती भी शामिल है । घटना के संबंध में बताया जाता है कि सभारी गांव के ही अहमद अंसारी एवं अन्य ने मिलकर लगभग डेढ़ एकड़ जमीन मूल रैयत से खरीदी है और उस पर इन लोग आज बाउंड्री वाल करने पहुंचे थे। तभी गांव वाले इस बाउंड्री वाल का यह कह कर विरोध करने लगे कि यह रैयत द्वारा गांव के बच्चों को खेलने के लिए मैदान दान स्वरूप दिया गया है। इस पर हम सब किसी भी कीमत पर किसी खास व्यक्ति का कब्जा नहीं होने देंगे। इसकी सूचना खरीदार अहमद ने स्थानीय थाना को दी तो पुलिस दोनों पक्षों को समझा ही रही थी । इसी दौरान दोनों पक्षों में हिंसक झड़प हो गई । खरीदार ग्रामीणों की भारी भीड़ के आगे अपनी वाहनों को वहीं पर छोड़ कर अपने घरों में दुबक गए।
आक्रोशित ग्रामीणों ने कार संख्या jh 10 f 9301 को पूरी तरह क्षतिग्रस्त करते हुए उसी मैदान में कार को पलट दी। वही तीन बाइकों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वार्ता चल रही थी इसी दौरान पुलिस अधिकारी उदय तिवारी ने जवानों को लाठीचार्ज का आदेश दे दिया। जिसमें ग्रामीण पक्ष से एक युवती घायल हो गई। वही उग्र ग्रामीणों द्वारा फेंके गए पत्थरों से अहमद का पुत्र ,भतीजा एवं एक अन्य घायल हो गए। चारों घायलों को पुलिस ने एसएनएमएमसीएच धनबाद में इलाज के लिए भर्ती करवाया है ।घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी सुमन कुमार ने दल बल के साथ पहुंचकर मोर्चा को संभाला और उपद्रवियों को वहां से खदेड़ा। फिलहाल गांव में तनाव का माहौल है।
क्या कहना है ग्रामीणों का
ग्रामीणों का कहना है कि 30-40 वर्षों से इस जमीन का गांव के बच्चे मैदान के रूप में इस्तेमाल करते आ रहे हैं और इसी पर खेलते हैं। गांव के ही कुछ पैसे वाले लोग पुलिस से मिलकर इस जमीन को हथियाना चाहते हैं।
भुक्तभोगी अहमद ने बयां की दर्द
इस संदर्भ में जमीन खरीदार अहमद अंसारी ने बताया कि यह मौजा चौधरी लोगों का था और उसी खतियान धारी से ही हम लोगों ने उक्त जमीन को खरीदा है। जिसका सारा कागजात हम लोगों के पास मौजूद है। इतना ही नहीं तल्कालिन गोविंदपुर अंचलाधिकारी वंदना भारती ने स्थल पर भू सत्यापित करते हुए मापी भी कराई और मुझे अनापत्ति प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया। उसी जमीन पर हम लोग कल समान गिरा रहे थे तो गांव के कुछ दबंग लोग मुझ से रंगदारी मांगने लगे नहीं देने पर बुरे परिणाम भुगतने की धमकी भी दी। इसकी सूचना हम लोगों ने स्थानीय थाना को भी दी थी। आज जब हम लोग बाउंड्री वाल कर रहे थे तो अचानक से गांव के कुछ दबंग पुरुष महिलाओं को हथियार बनाकर हम लोगों पर हमला कर दिया और हमारे वाहनों को क्षतिग्रस्त करते हुए निर्माण सामग्री बिखेरते हुए जमकर ईट पत्थर चलाया। जिससे हमारे कई परिजन जख्मी भी हुए हैं।
क्या कहती है पुलिस
इस केस के अनुसंधानकर्ता उदय तिवारी ने बताया कि इस जमीन को लेकर पूर्व में अहमद ने थाने में आवेदन देकर न्याय की मांग की थी। वही ग्रामीणों ने भी आवेदन देकर झड़प की आशंका जताई थी। आज पुलिस को सूचना मिली कि दोनों पक्ष आपस में झड़प कर रहे हैं। तत्काल पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो उग्र ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर दिया और हम लोग के साथ धक्का-मुक्की भी करने लगे। हम लोगों ने किसी तरह पीछे हटकर मोर्चा को संभाला। पुलिस द्वारा लाठीचार्ज की बात झूठी है। कुछ लोग साजीशन पुलिस को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। आज की घटना में जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा |