सिन्दरी / बुध्दिजीवी जन कल्याण मंच सिन्दरी द्वारा आयोजित बसंत पंचमी के पावन दिवस पर विद्या की देवी सावित्रीबाई फुले एवं विहार के लेनिन जगदेव वावु को नमन किया गया।
प्रो डा बीएन राय ने अपने संदेश में अपने भाइयों से कहें कि “इतिहास गवाह हैकि किसी भी महान पुरुष के जीवन में उन्नति और विकास का कारण महिला का हाथ हुआ करती थी परंतु एक पहला उदाहरण है कि ज्योतिबा फुले ने सावित्रीबाई फुले को जो अनपढ़ थी उन्हें पढ़ा कर समाज के सेवा में खासकर महिलाओं मे ज्ञान की ज्योति जला कर महिला सशक्तिकरण का संदेश दिये।विकास कुमार ठाकुर ने अपने संदेश मे कहे कि “सावित्रीबाई फुले भारत की प्रथम महिला जो महिलाओं को शिक्षित कर उनके अन्दर सशक्तिकरण का पुरजोर पहल किए जिसका प्रतिफल हुआ कि भारत सरकार भी महिलाओं के सशक्तिकरण का पुरजोर वकालत कर रही है,जो राष्ट्रीय हित मे है।
सचिव सुरेश प्रसाद ने कहे कि ” शिक्षा के क्रांति दूत, समाज सेविका सावित्रीबाई फुले ने बिना भेदभाव के महिलाओं के अधिकार, गरिमा और अन्य सामाजिक मूल्यों को अपने स्कूल के माध्यम से महिलाओं के जीवन में ज्ञान की ज्योति जलाने में बेगम फातिमा के सहयोग से तन मन से महिलाओं के सशक्तिकरण में पूरा सहयोग किया जिसका फल यह हुआ कि समाज में महिला सशक्तिकरण के लिए भारत सरकार ने पुरजोर वकालत किये।इसीलिए सावित्रीबाई फुले को ज्ञान की देवी कहा जाता है।” इस कार्यक्रम को सफल बनाने में गौतम प्रसाद, शिवपूजन राम, वीरेंद्र राम ,अरुण पासवान ,शिवजी यादव, बुधन राम, रामप्रसाद, कृष्ण प्रसाद महतो ,अमित कुमार, वीरेंद्र राम, राम लायक राम, मलेश कुमार सिंह ,अरुण कुमार दिलीप मालाकार, एनके सिंह आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सभा की अध्यक्षता लालदास सिंह ने की।