जमुई बिहार/ संवाददाता /चुन्ना कुमार दुबे/ दिलीप संघानी को भारतीय किसान उर्वरक सहकारी (इफको) संस्था का चेयरमैन चुना गया है। 11 अक्टूबर, 2021 को इफको के चेयरमैन बलविंदर सिंह नकई का निधन हो गया था , जिसकी वजह से यह चुनाव कराना पड़ा। इफको ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी है।
इफको के निर्वाचित निदेशक मंडल ने सर्वसम्मति से दिलीप संघानी को सहकारिता का 17 वां अध्यक्ष चुना।
वह इसके पहले इफको के वाइस चेयरमैन थे। श्री संघानी को वर्ष 2019 में इफको का वाइस चेयरमैन चुना गया था।
इफको के अध्यक्ष पद पर निर्वाचित होने के बाद उन्होंने कहा कि संस्था किसानों और सहकारिता के लिए प्रतिबद्ध है और हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ” सहकार से समृद्धि ” के दृष्टिकोण की तर्ज पर किसानों के लिए काम करना जारी रखेंगे।
इफको के प्रबंध निदेशक यू. एस. अवस्थी ने कहा कि ‘‘ किसानों की आय दोगुनी करने के सपने को पूरा करने के लिए हम प्रधानमंत्री के आत्मानिर्भर कृषि और आत्मानिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप प्रदर्शन करना जारी रखेंगे।’’
उल्लेखनीय है कि दिलीप भाई संघानी गुजरात राज्य सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (गुजकोमासोल) के अध्यक्ष भी हैं। वे इस पद पर 2017 से पदस्थापित हैं। श्री संघानी गुजरात सरकार के मंत्रिमंडल में कृषि , सहकारिता , पशुपालन , मत्स्य पालन , गाय – प्रजनन , जेल , उत्पाद शुल्क कानून और न्याय , विधायी और संसदीय मामलों के पूर्व मंत्री रहे हैं। वर्ष 2021 में उन्हें भारत में सहकारी समितियों के शीर्ष निकाय , भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ (एनसीयूआई) के अध्यक्ष के पद के लिए चुना गया था।
ज्ञात हो कि इफको देश की प्रमुख उर्वरक कंपनियों में से एक है। इसने नैनो यूरिया को लिक्विड (तरल) रूप में भी देश में पेश किया है।