धनबाद झरिया असलम अंसारी / केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान (सिम्फर) में 75वें स्थापना दिवस समारोह में शिरकत करने के लिए बुधवार की सुबह झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस धनबाद पहुंचे। जिसके बाद उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। राज्यपाल रमेश बैस ने सिंफर के प्लेटिनम जुबली शिलापट्ट का उद्घाटन कर कार्यक्रम की शुरुआत की। कार्यक्रम में सिम्फ़र के निदेशक प्रदीप सिंह, धनबाद लोकसभा सांसद पीएन सिंह समेत कई गणमान्य अधिकारी और वरिष्ठ वैज्ञानिक शिरकत कर रहे हैं।
मालूम हो कि कोविड-19 के कारण प्लैटिनम जुबली समारोह वेब प्लेटफ़ॉर्म पर आयोजित हो रहा है। संपूर्ण कार्यक्रम सोशल मीडिया (फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब) पर प्रसारित किया जा रहा है। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन मुख्य अतिथि हैं।
प्लैटिनम जुबली समारोह के दौरान मेसर्स नॉलेज लेंस प्राइवेट, बेंगलुरु, मेसर्स कोर्सोनेंट सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स एलकॉम टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड, गुरुग्राम के साथ ‘इंटरनेट ऑफ थिंग्स का उपयोग करते हुए डिजिटल माइन’ की विकसित प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण के अंतर्गत महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर होंगे।
सिम्फर निदेशक डॉ. प्रदीप कुमार सिंह ने बताया था कि यह भारत सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के अनुरूप आत्मनिर्भरता पर बल देते हुए कुशल और डिजिटलीकृत सुरक्षित खनन की दिशा में एक मुख्य कदम है। उन्होंने बताया कि सामरिक एवं आधारिक क्षेत्रों के लिए उत्कृष्टता केंद्र, हॉट स्टैम्पिंग की सुविधा सहित नॉन रिकवरी कोक संयंत्र, प्रेशराईज्ड फ्लूडाईज्ड बेड गैसीफिकेशन प्रायोगिक संयंत्र का लोकार्पण होगा।
कार्यक्रम में सिम्फर के पूर्व निदेशक, अनुसंधान परिषद के सदस्य, सीएसआईआर के सभी 37 प्रयोगशालाओं के निदेशक, आईआईटी व एनआइटी के प्रमुख, सरकारी नियामक प्राधिकरण के प्रमुख, नीति निर्माता, खनन और ईंधन क्षेत्र से जुड़े उद्योग पार्टनरों के प्रतिनिधि वेब के माध्यम से शामिल हो रहे हैं।