धनबाद /झरिया /असलम अंसारी / भारत का सुप्रसिद्ध 1966 में स्थापित इंसान स्कूल किशनगंज से शिक्षा प्राप्त करने वाले इंसान एलुमनी का पहला बड़ा सम्मेल दिनांक 14 एवं 15 नवंबर 2021 को कोलकाता के इब्रा फिस्ट कॉन्फ्रेंस हॉल में होने जा रहा है इस मेगा मीट में 1966 से लेकर अब तक जिन्होंने शिक्षा ग्रहण किया है वह दुनिया के किसी भी देश या भारत के किसी भी प्रदेश में रह रहे हैं सभी को आने के लिए और सम्मेलन में अपनी पुरानी याद ताजा करने के लिए आमंत्रित किया गया है इस आशय की जानकारी इंसान एलुमनी मेगा मेट की जानकारी देते हुए मोहम्मद रिजवानउल्ला ने बताया कि इंसान स्कूल की स्थापना पदम श्री प्राप्त स्वर्गीय डॉ सैयद हसन ने किया था जिन्हें स्कूल के कल्चर के हिसाब से सभी छात्र और छात्राएं सैयद भाई कहते थे आज अमेरिका कनाडा जापान ऑस्ट्रेलिया साउथ अफ्रीका यूरोप तथा अरब के देशों में इंसान स्कूल से शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र और छात्राएं अपने अपने क्षेत्र में कामयाबी का झंडा गाड़ चुके हैं भारत के भी लगभग सभी प्रदेशों में इंसान स्कूल से पढ़े हुए इंसान एलुमनी कामयाब केरियर के साथ स्कूल का रोशन कर रहे हैं 2021 में यह पहला अवसर है कि इंसान स्कूल का स्थापना दिवस 14 नवंबर अंतरराष्ट्रीय इंसान एलुमनी कॉन्फ्रेंस कोलकाता में होने जा रहा है जो 2 दिन 14 और 15 नवंबर तक इस कॉन्फ्रेंस में दुनिया के अलग-अलग देशों से और भारत के अलग-अलग राज्यों से इंसान स्कूल के पूर्व छात्र छात्राएं सम्मिलित होने कोलकाता आ रहे हैं इस कार्यक्रम के संयोजक के रूप में कोलकाता के जनाब मोहम्मद मंसूर और बेंगलुरु के जनाब मुजफ्फर आलम धनबाद के जनाब इकबाल खान और बोकारो के जनाब शकील अहमद अंसारी कुवैत की मोहतरमा नफीसा बाजी किशनगंज की दुरिया जबि अलीगढ़ से निखत नसरीन हजारीबाग से मोहम्मद तसफिन सऊदी अरब से जनाब तारीक खय्याम अंसारी एवं प्रोफेसर शहजादा समदानी प्रमुख रूप से आयोजन को सफल बनाने में लगे हुए हैं सम्मेलन में इंसान स्कूल के सभी शिक्षकों एवं अन्य स्टाफ को विशेष रूप से सम्मानित करने के लिए आमंत्रित किया गया है यह सम्मेलन आने वाले दिनों में 1 मील का पत्थर साबित होगा क्योंकि जो चिराग डॉ सैयद हसन ने किशनगंज में जलाया है और जिसकी रोशनी दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में दिखाई पड़ती है इस शिक्षा की रोशनी को भारत के अन्य राज्यों में मशाल के रूप में जलाना चाहते हैं जिस पर गंभीर चर्चा की जाएगी इंसान स्कूल और कॉलेज से शिक्षा प्राप्त करने वाले सभी पूर्व छात्र छात्राओं को इस बड़े सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाता हैं सबके लिए विशेष व्यवस्था की गई है और उम्मीद की जाती है कि इस दो दिवसीय सम्मेलन ऐतिहासिक रूप से कामयाब होगा