सरायकेला / सरायकेला प्रखंड के अंतर्गत सेरेंगदा गांव स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र में “स्वयं सहायता समूहों का द्विदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम” (8 से 9 नवंबर) का समापन मंगलवार को हुआ। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड (श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार) क्षेत्रीय निदेशालय -जमशेदपुर के तत्वावधान में किया गया कार्यक्रम के समापन सत्र में उपस्थित प्रतिभागियों को सबोधित करते हुए बोर्ड के वरिष्ठ शिक्षा पदाधिकारी श्री राज किशोर गोप ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन तथा झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रोमोशन सोसायटी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इससे जुड़कर समूह की महिलाएं अपने क्षमताओं का वर्धन कर रोजगारोन्मुखी हो सकती हैं । वर्तमान परिप्रेक्ष्य के अनुसार उन्होंने महिलाओं को स्वरोजगार अपनाकर आर्थिक संपन्नता की दिशा में आगे बढ़ने का सुझाव दिया।एनआरएलएम एवं जेएसएलपीएस का इसको लेकर प्रसंशनीय एवं सराहनीय प्रयास जारी है।उन्होंने आगे कहा कि समूह की महिलाएं बैंकों द्वारा संचालित ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (RSETI) में 3,6,9 तथा 12 महीनों का प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ सकती हैं।बैंक इसमें वित्तीय सहायता भी प्रदान करती है ताकि महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकें। आगे उन्होंने केन्द्र तथा राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही कई कल्याणकारी एवं सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की जानकारी देते हुए इसका लाभ उठाने हेतु समूहों के सदस्यों को अपील किया। साथ ही उन्होंने भारत सरकार का महत्वाकांक्षी योजना डिजिटल इंडिया कार्यक्रम पर प्रकाश डालते हुए वर्तमान परिवेश में इसके महत्व पर चर्चा की।साथ ही प्रतिभागियों को ई-श्रम पोर्टल के अन्तर्गत असंगठित श्रमिकों का डाटा बेस में निबन्धन हेतु उपयोगी सुझाव दिया।कार्यक्रम का संचालन बोर्ड के कार्यक्रम समन्वयक श्री हेमसागर प्रधान ने किया । उन्होंने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, बालिका समृद्धि योजना,किसान सम्मान निधि योजना तथा लेबर कार्ड बनाने के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी दिया। उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में सेरेंगदा तथा पदमपुर की स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 40 महिलाओं ने भाग लेकर बोर्ड के कार्यक्रम का लाभ उठाया इस कार्यक्रम को सफल बनाने में पदमपुर ग्राम प्रधान देव चरण महतो,निरंजन प्रमाणिक,आंगनबाड़ी सेविका पुष्पा महतो,ममता महिला समूह की चंद्रकला महतो,सदेश्वरी महतो,उर्मिला देवी,विजय लक्ष्मी महतो आदि का सराहनीय योगदान रहा।